हस्तमैथुन और स्वास्थ्य: विशेषज्ञों ने बताए लाभ और दुष्प्रभाव, जानें कितनी बार करना है सही

हस्तमैथुन और स्वास्थ्य: विशेषज्ञों ने बताए लाभ और दुष्प्रभाव, जानें कितनी बार करना है सही

नई दिल्ली: हस्तमैथुन एक ऐसा विषय है जिस पर बात करने में आज भी कई लोग हिचकिचाते हैं, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक सामान्य और प्राकृतिक प्रक्रिया है जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। हाल ही में हुए शोध और विशेषज्ञों की राय के आधार पर, हमने हस्तमैथुन के लाभ, दुष्प्रभाव और इससे जुड़े मिथकों की पड़ताल की है।

हस्तमैथुन के स्वास्थ्य लाभ

विशेषज्ञों के अनुसार, हस्तमैथुन के कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं:

  1. तनाव कम करना: हस्तमैथुन के दौरान शरीर में एंडोर्फिन और ऑक्सीटोसिन जैसे हार्मोन्स रिलीज होते हैं, जो तनाव को कम करने और मूड को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
  2. नींद में सुधार: ऑर्गेज़्म के बाद शरीर में प्रोलैक्टिन हार्मोन रिलीज होता है, जो नींद को बेहतर बनाने में सहायक होता है।
  3. मासिक धर्म के दर्द से राहत: महिलाओं के लिए, हस्तमैथुन मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द और ऐंठन को कम करने में मददगार हो सकता है।

हस्तमैथुन के संभावित दुष्प्रभाव

हालांकि हस्तमैथुन को आम तौर पर सुरक्षित माना जाता है, लेकिन कुछ स्थितियों में इसके दुष्प्रभाव भी देखे जा सकते हैं:

  1. अत्यधिक हस्तमैथुन: यदि हस्तमैथुन बहुत अधिक किया जाए, तो यह शारीरिक थकान या जननांगों में जलन का कारण बन सकता है।
  2. मानसिक असुविधा: कुछ लोग हस्तमैथुन के बाद अपराधबोध या शर्म महसूस कर सकते हैं, खासकर यदि उन्हें इसके बारे में नकारात्मक संदेश मिले हों।

हस्तमैथुन से जुड़े मिथक और तथ्य

हस्तमैथुन को लेकर कई मिथक प्रचलित हैं, जिन्हें विशेषज्ञों ने गलत बताया है:

  • मिथक: हस्तमैथुन से शारीरिक कमजोरी होती है।
    तथ्य: हस्तमैथुन से शारीरिक कमजोरी नहीं होती है। यह एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है।
  • मिथक: हस्तमैथुन से प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है।
    तथ्य: हस्तमैथुन का प्रजनन क्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।

कितनी बार करना चाहिए हस्तमैथुन?

विशेषज्ञों के अनुसार, हस्तमैथुन की कोई निश्चित संख्या नहीं है। यह व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक आवश्यकताओं पर निर्भर करता है। हालांकि, यदि यह दैनिक जीवन में हस्तक्षेप करने लगे या शारीरिक असुविधा का कारण बने, तो इसे कम करने की सलाह दी जाती है।

विशेषज्ञों की राय

डॉ. अंकित शर्मा, एक प्रसिद्ध यौन स्वास्थ्य विशेषज्ञ, का कहना है, “हस्तमैथुन एक सामान्य और स्वस्थ गतिविधि है, लेकिन इसे संयम के साथ किया जाना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति इसके बारे में असहज महसूस करता है, तो उसे किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।”

निष्कर्ष

हस्तमैथुन को लेकर समाज में कई गलत धारणाएं हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक सामान्य और स्वस्थ गतिविधि है। यदि इसे संयम के साथ किया जाए, तो यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है।

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