
नई दिल्ली, [25/05/2025] – भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, भारत में COVID-19 के एक नए सबवेरिएंट की पहचान की गई है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस सबवेरिएंट से जुड़े लक्षण हल्के हैं और अब तक कोई गंभीर मामला सामने नहीं आया है।
यह सबवेरिएंट कई राज्यों में पाया गया है और स्वास्थ्य प्राधिकरणों द्वारा इसकी निगरानी की जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वेरिएंट तेजी से फैलने वाला हो सकता है, लेकिन टीकाकरण या पहले से इम्युनिटी वाले लोगों में गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनता।
इसके सामान्य लक्षणों में हल्का बुखार, खांसी, गले में खराश और थकान शामिल हैं, जो पिछले ओमिक्रॉन वेरिएंट्स के समान हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने तथा बूस्टर डोज़ लगवाने की सलाह दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आश्वासन दिया है कि स्थिति नियंत्रण में है और इस सबवेरिएंट के प्रसार को ट्रैक करने के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग के प्रयासों को तेज किया गया है। अभी तक कोई अतिरिक्त पाबंदियां नहीं लगाई गई हैं, लेकिन राज्यों को टेस्टिंग और निगरानी बढ़ाने की सलाह दी गई है।
नवीनतम जानकारी के लिए नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने स्थानीय स्वास्थ्य विभागों के दिशा-निर्देशों का पालन करें।